कंप्यूटर का ब्लाक डायग्राम :
Block Diagram of computer : computer एक ऐसा system है जो अलग – अलग format (प्रारूप) में information को user से प्राप्त कर सकता है जैसे कि text ,graphics Sound,Video आदि इन सभी विभिन्न प्रकार की information को computer में पहले store किए गए programs के माध्यम से process किया जाता है । computer में बहुत से program store करके रखे जा सकते है। जिन्हें आवष्यकता के अनुसार एक से अधिक बार उपयोग में लाया जा सकता है। computer system अपनी memory में store software ,program और अपने hardware component कि सहायता से user द्वारा input कि गई information को दिये गए instruction (निर्देष) के आधार पर processs करता है, और उसे user की आवष्यकता के अनुरूप निर्धारित प्रारूप में output में प्रदान करता है।
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Block Diagram of computer :
- input
- output
- cpu
- memory
- Computer के उपरोक्त सभी component एक दुसरे से wires के माध्यम से connect होते है।
- wires के इस समूह को Bus कहा जाता है
- जो electronic signal को transfer करने का कार्य करती है।
- यह electronic signal Digital pulses के रूप में High voltage या low voltage के सिंद्धांत पर कार्य करते है।
- Digital pulses के अनुसार High voltage को 1 से और low voltage को 0 से प्रदर्शित किया जाता है।
- इस प्रकार computer system की working को उसके विभिनन component की सहायता से समझा जा सकता है।
Input unit :
Output unit :
Cpu (central processing unit) :
- Arithmatic logical unit (ALU)
- control unit ( C.U.)
Arithmatic logical unit (ALU) –
ALU से तात्पर्य है कि Arithmatic logical unit अर्थात एक ऐसी ईकाई जो सभी प्रकार के गएिातीय (Arithmatic) गणनाऐं करने में सक्षम हो, जब user द्वारा input device के माध्यम स्रे दिए गए instruction में किसी प्रकार के Arithmatic या logical calculation करना हो तब इस प्रकार के instruction को cpu के द्वारा ALU को दिया जाता है। ALU के द्वारा दिया जाने वाले Arithmatic operation से तात्पर्य Addition subtraction multiplication division से है तथा logical calculation से तात्पर्य दिए गए data के बिच विभिन्न प्रकार की तुलना प्रक्रियाओं से है जैसे कि AND OR NOT आदि।
इस unit में एक ऐसा electronic circuit होता है जो binary code में सभी प्रकार के operation करने में सक्षम होता है। यह unit memory से data प्राप्त करती है एवं calculation के पष्चात Result के रूप में data memory में ही store करती है। ALU के कार्य करने के गति अति तीव्र होती है जिसके कारण यह लगभग 10 लाख calculation प्रति second की गति पर कार्य कर सकती है।
Control unit (CU) :
CU से तात्पर्य control unit होता है अर्थात एक ऐसी ईकाई जो सभी प्रकार के कार्यो को नियंत्रित करने का कार्य करती है cpu में CU एक केन्द्रिय ईकाई के रूप में कार्य करती है। यह उपयोग में लाए जा रहे सभी processing component के मध्य data के आदान प्रदान का कार्य करती है। यह unit memory में store program को instruction के रूप में प्राप्त करती है, और उसे आवष्यक processing unit तक पहुचाती है। memory एवं input output device के बीच data अदान प्रदान करने का कार्य CU के द्वारा ही किया जाता है
CPU में उपयोग में लाई जा रही सभी ईकाई के बीच data एवं instruction विषेष प्रकार के signal के द्वारा आदान प्रदान किए जाते है। यह signal electronic Bus कि सहायता से दिए जाते है। इस Bus का नियंत्रण CU के पास रहता है। जिससे सभी ईकाईयों को एक साथ नियंत्रित किया जा सकता है। CU के द्वारा ही यह निर्धारित होता है, कि किस प्रकार का data एवं instruction किस unit के माध्यम से process किया जाएगा।
Memory
- Computer system को उसकी एक असमित क्षमता के कारण अधिकतम उपयोग में लाया जाता है,
- वह क्षमता है बहुत अधिक संख्या में data को लंबे समय तक store रखना।
- इस क्षमता को उपयोग में लाने के लिए computer system के द्वारा memory unit का उपयोग किया जाता है
- computer system में memory से तात्पर्य एक ऐसी ईकाई से है।
- जो आवष्यक के अनुसार data को store करके रख सके।
- यह unit दिए गए data program एवं Result आदि को store करके रखती है।
- cpu द्वारा उपयोग में लाए जाने वाले instruction कि आवष्यकता होती है
- तब cpu वह data या instruction को memory से प्राप्त कर लेता है।
- इसके साथ ही cpu के द्वारा output के रूप में दिए data को भी memory unit में ही store करके रखता है।
- Primary memory (main memory)
- Secondary memory (physical memory)
Primary memory (main memory) –
primary memory का मुख्य कार्य cpu की उसकी processingमें सहायता करना होता है। primary memory cpu की मुख्य memory होती है। जिसकी सहयता से cpu अपने सभी processing कार्य करता है। cpu अपने सभी कार्य अत्यंत तेज गति से करता है। इस कारण से उसे एक तेज गति वाली memory कि आवष्यकता होती है। cpu द्वारा उपयोग में लाई जा रहे सभी instruction program व इससे संबंधित data primary memory में ही store रखे जा सकते है
जब भी किसी program को cpu द्वारा execute करवाया जाता है तब cpu उस program के instruction को एक के साथ एक क्रम में memory में से read करता जाता है, और instruction को process करता है। इस process से प्राप्त output को भी primary memory में ही store किया जाता है। primary memory का उपयोग input /output device भी अपने data को अदान प्रदान करने में करती है। primary memory को semi conductor पदार्थ की सहायता से बनाया जाता है।
इस कारण से इसकी speed अत्यंत तेज होती है, परंतु साथ ही यह volatile memory होती है जिससे data तब तक ही store रहता है, सभी प्रकार का data स्वतः ही delete हो जाता है। cpu के साथ कुछ data एवं program ऐसे भी होते है, जिन्हें लम्बे समय तक store रखना होता है ऐसे data के लिए cpu के साथ ROM (read only memory) का उपयोग किया जाता है। सामान्यतः निम्न प्रकार की primary memory का उपयोग अधीकतम किया जाता है।
Secondary memory –
computer system की सहायता से user अपने आवष्यक data एवं programs को लम्बे समय तक store रख सकते है, इसके लिए cpu के साथ secondary memory का उपयोग किया जाता है। यह memory गति के अनुसार primary memory की तुलना में low होती है परन्तु यह data को permanent अर्थात लम्बे समय तक store करके रखती है। secondary memory को magnetic पदार्थो की सहायता से बनाया जाता है। इसका उपयोग ऐसे सभी program एवं data को store करने के लिए किया जाता है जिनका उपयोग निरंतर होता रहता है। secondary memory में store किए गए किसी program को execute करवाने के लिए उसे secondary memory में से primary memory में transfer किया जाता है।
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