manas sanctuary fact in hindi | मानस अभ्यारण्य के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य

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manas sanctuary fact in hindi | मानस अभ्यारण्य के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य :

असम राज्य प्राकृतिक रूप से अति सम्पन्न राज्य है यहाँ पर अनेक राष्ट्रिय उद्यान है जो की राज्य के अनेक हिस्सों में स्थित है इन्ही राष्ट्रिय उद्यानो में से एक राष्ट्रिय उद्यान है मानस राष्ट्रिय उद्यान जो की विश्व में अपनी एक अलग पहचान रखता है जिसके बारे में विस्तृत रूप से हम नीचे (manas sanctuary fact) पड़ेंगे…

manas sanctuary fact in hindi:

मानस अभ्यारण्य असम का एक बहुत ही खुबसुरत अभ्यारण्य है जो कि असम के बोगाईगाँव और बारपेटा में स्थित है इस अभ्यारण्य को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया गया है इसमें टाइगर रिसर्व, हाथी रिज़र्व, बायोस्फियर रिसर्व, राष्ट्रिय उद्यान और वन्य जीव अभ्यारण्य सम्मिलित है| यह अभ्यारण्य कई दुर्लभ और लुप्तप्राय जानवरों का निवास स्थान है जैसे गोल्डन लंगूर , पेगी हॉग, हेरपिड खरगोश, छत वाला कछुआ आदि |

यह जंगल अपनी जैव विविधता के कारण पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है इस जंगल की जैव विविधता ही इसे दुनिया में सबसे अमीर जैव विविधता वाला जंगल बनाती है| यह अभ्यारण्य हिमालय कि तलहटी में स्थित है जिसके साथ भूटान का रॉयल मानस नेशनल पार्क भी सम्मिलित है इस अभ्यारण्य के नाम की उत्पप्ति हिमालय कि तलहटी में बहने वाली मानस नदी से हुई है यह नही ब्रह्मपुत्र की प्रमुख सहायक नदियों में से एक है जो कि इस अभ्यारण्य को दो हिस्सों में विभाजित करती है| इस अभ्यारण्य के मूल में पगरंग गाँव है इस गाँव के अलावा भी 56 गाँव है जो कि इस अभ्यारण्य की सीमा को घेरे रहते है|

भौगोलिक स्तिथि (geographical situation) :

इस अभ्यारण्य के भूगोल की बात की जाये तो यह अभ्यारण्य हिमालय की तलहटी में घने जंगलो से आच्छादित है मानस इस अभ्यारण्य की मुख्य नदी है इसके अलावा भी यहाँ अन्य पांच छोटी बड़ी नदियाँ बहती है जो कि अभ्यारण्य को कौर अधिक खुबसुरत और हरियाली से आच्छादित करने का कार्य करती है| मानस नदी भारत और भूटान के बीच एक प्राकृतिक अंतर्राष्ट्रीय सीमा का निर्माण करती है इस अभ्यारण्य में सवाना का जंगल अभ्यारण्य के उत्तर में स्थित है जो कि चुना पत्थर और बलुआ पत्थर से बना हुआ है इस अभ्यारण्य की समुद्र तल से ऊंचाई 200 से 361 फिट है| मानस अभ्यारण्य में औसतन 333 सेंटीमीटर वर्षा होती है यहाँ का कम से कम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है |

वनस्पति और वन्य जीव (wildlife and Vegetation)

इस अभ्यारण्य के मध्य क्षेत्र में 543 पौधों की प्रजातियाँ पाई जाती है वही वन्य जीवो की बात करे तो यहाँ स्तनधारियों की 55 प्रजातियाँ , पक्षियों की 380 प्रजातियाँ , सरिसर्पो की 50 और उभयचरो की 3 प्रजातियाँ पाई जाती है उपरोक्त प्रजातियो में से 31 प्रजातियों पर खतरा है जिनके लुप्त होने की सम्भावना बनी हुई है| इनमे बाघ, एशियाई हाथी, एक सिंग वाला गैंडा, सुनहरा लंगूर, सुनहरी बिल्लियाँ, दलदली हिरन, गौर, तेंदुआ आदि प्रमुख रूप से शामिल है|

मानस अभ्यारण्य का इतिहास (History of Manas)

  1. 1905 में रिजर्व फॉरेस्ट प्रस्तावित किया गया|
  2. 1907 में मानस रिज़र्व वन घोषित |
  3. 1928 में खेल अभयारण्य बना|
  4. 1950 में मानस वन्यजीव अभयारण्य बना जिसका क्षेत्रफ़ल 360 वर्ग किलोमीटर था|
  5. 1973 परियोजना टाइगर के तहत टाइगर रिजर्व के रूप में घोषित किया गया जिसका कुल क्षेत्रफल 2837 वर्ग किलोमीटर था|
  6. 1985 में उत्कृष्ट सार्वभौमिक मूल्य के लिए यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल (प्राकृतिक) घोषित किया गया।
  7. 1989 में मैन एंड बायोस्फीयर प्रोग्राम ऑफ यूनेस्को के तहत बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में घोषित किया गया जिसका कुल क्षेत्रफल 2837 वर्ग किलोमीटर था|
  8. 1990 में राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित किया गया जिसका कुल क्षेत्रफल 500 वर्ग किलोमीटर था|
  9. 2003 में परियोजना हाथी 2011 के तहत चिरांग – रिपु हाथी को रिजर्व घोषित किया गया और IUCN, यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति की सलाह के बाद “खतरे” (endangered animals) टैग को हटा दिया गया।

मानस बिओमास (manas biomas)

मानस राष्ट्रिय उद्यान दो प्रमुख बियोमास का प्रतिनिधित्व करता है जिनमें एक है पाश्चर बायोमास और दूसरा है वन बायोमास|

पाश्चर बायोमास :

इस बायोमास में मुख्य रूप से पैग हॉग, भारतीय गेंडे, बंगाल फ्लोरिकन, वाइल्ड एशियन बफेलो की प्रजातियाँ रहती है|

वन बायोमास :

इस बायोमास में मुख्य रूप से जंगली सूअर, सांभर, मलायन विशाल गिलहरी, चीनी पैगोलीन, महान होर्नबिल, धीमी गति से चलने वाली लोरी कि प्रजातियाँ है|

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