WIPO :
fact about WIPO : WIPO से तात्पर्य World Intellectual Property Organization यानी विश्व बौद्धिक संपदा संगठन से है। WIPO संयुक्त राष्ट्र संघ की सबसे पुरानी एजेंसियों में से एक है।
fact about WIPO
WIPO के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य
- WIPO से तात्पर्य World Intellectual Property Organization यानी विश्व बौद्धिक संपदा संगठन से है।
- यह संयुक्त राष्ट्र संघ की सबसे पुरानी एजेंसियों में से एक है।
- WIPO का गठन 1967 में रचनात्मक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने और विश्व में बौद्धिक संपदा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिये किया गया था।
- इसके तहत वर्तमान में 26 अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ आती हैं।
- WIPO का मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में है।
- प्रत्येक वर्ष 26 अप्रैल को विश्व बौद्धिक संपदा दिवस मनाया जाता है।
- वर्तमान में 191 देश इसके सदस्य हैं, जिनमें संयुक्त राष्ट्र के 188 सदस्य देशों के अलावा कुक द्वीपसमूह, होली सी और न्यूए (Niue) शामिल हैं।
- यह 1974 में संयुक्त राष्ट्र का विशिष्ट अभिकरण बन गया।
- संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देश इसके सदस्य बन सकते हैं, लेकिन यह बाध्यकारी नहीं है।
- फिलिस्तीन को इसमें स्थायी पर्यवेक्षक का दर्जा मिला हुआ है तथा लगभग 250 NGO और अंतर-सरकारी संगठन इसकी बैठकों में बतौर आधिकारिक पर्यवेक्षक शामिल होते हैं।
- भारत 1975 में WIPO का सदस्य बना था।
- अंतरराष्ट्रीय ब्यूरो संगठन का सचिवालय है, जिसका प्रमुख महानिदेशक होता है।
- डब्ल्यूआईपीओ के प्रमुख अंगों में साधारण सभा, सम्मलेन, समन्वय समिति तथा अंतर्राष्ट्रीय ब्यूरो शामिल हैं। संगठन के ढांचे में अनेकं स्थायी समितियां भी कार्य करती हैं।
बौद्धिक संपदा को दो श्रेणियो बंटा गया हैं :
प्रकाशनाधिकार एवं प्रतिवेशी अधिकार: जिसमें साहित्यिक, कलात्मक, संगीतात्मक, छायाचित्रात्मक एवं दृश्य-श्रवणात्मक कार्य शामिल हैं |
औद्योगिक संपदा : जिसमें मानवीय उद्यम के सभी क्षेत्रों में किये गये आविष्कार, वैज्ञानिक खोजें, औद्योगिक डिजाइन, ट्रेडमार्क, सर्विस मार्क तथा वाणिज्यिक नाम व पदनाम शामिल हैं।
WIPO की गतिविधियों के तीन प्रमुख क्षेत्र हैं-
- अंतरराष्ट्रीय बौद्धिक संपदा कानून का प्रगतिशील विकास
- भूमंडलीय संरक्षण प्रणालियां एवं सेवाएं
- विकास हेतु सहयोग।
WIPO के कार्य
- वक्त के हिसाब से बदलती दुनिया में संतुलित अंतर्राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा नियमों को बनाने के लिये यह एक नीतिगत मंच का कार्य करता है।
- विभिन्न देशों की सीमाओं के पार बौद्धिक संपदा संरक्षण और विवादों को हल करना है।
- बौद्धिक संपदा प्रणालियों को आपस में जोड़ने और ज्ञान साझा करने के लिये तकनीकी आधारभूत संरचना बनाना है।
- सभी सदस्य देशों को आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास के लिये बौद्धिक संपदा का उपयोग करने में सक्षम बनाने के लिये सहयोग और क्षमता निर्माण कार्यक्रम चलाना।
- WIPO बौद्धिक संपदा की जानकारी के लिये विश्वसनीय वैश्विक संदर्भ स्रोत का काम करता है।