विश्व खाद्य दिवस :
World Food Day : वर्तमान समय में विश्व खाद्यान संकट से गुजर रहा है और इस समस्या के समाधान के लिए विश्व के देशो ने विश्व खाद्य दिवस मनाने का निर्णय लिया इसका मुख्य उद्देश्य पूरी दुनिया में,संकट के समय , खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देना है| संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्थापित खाद्य और कृषि संगठन ने खाद्य संकट को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसका वार्षिक आयोजन खाद्य और कृषि संगठन के महत्व को दर्शाता है|
Important facts about World Food Day :
- वर्ष 1945 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने खाद्य एवं कृषि संगठन की स्थापना की थी।
- इसी स्थापना दिवस को याद रखने के उद्देश्य से “विश्व खाद्य दिवस” 16 अक्टूबर को पूरे विश्व में मनाया जाता है।
- विश्व की बहुत सी सस्थाएं इसे खाद्य सुरक्षा दिवस के रूप में भी मनाती है।
- सर्वप्रथम खाद्य दिवस 1980 में मनाया गया था।
- वर्तमान में यह विश्व भर के 150 से अधिक देशो में मनाया जाता है।
- इसका मुख्य लक्ष्य बढ़ती हुई गरीबी, भुखमरी, और खाद्य संकट के प्रति लोगो में जागरूकता बढ़ाना है।
- संयुक्त राष्ट्र संघ के सभी सदस्य देश इस दिवस को मनाते हैं।
विश्व खाद्य दिवस” का मुख्य उद्देश्य
पुरे विश्व खाद्य दिवस मानाने का मुख्य उद्देश्य है कोई भूखा न रहे। पूरे विश्व में अधिक से अधिक मात्रा में खाद्यान्न उत्पादन हो। विकसित देशो कि तुलना में विकासशील देशो में कृषि तकनीक और विकास को बढ़ावा दिया जा सके जिससे उन देशो की गरीबी दूर हो सके और भुखमरी के हालात खत्म हो सके । इस दिवस को मनाते हुए कई वर्ष हो चुके है पर आज भी विश्व में ऐसे हजारो लोग है जो भूखे पेट सोने को मजबूर हैं।
विश्व में खाद्यान्न संकट-
पुरे विश्व में कई इसे देश है जो कि खाद्यान्न संकट झुज रहे है। अफ्रीका जैसे विकासशील देशो में आज प्रत्येक व्यक्ति मात्र 20 रुपये में अपना दैनिक गुजारा करता हैं। अर्जुन सेन गुप्ता कमेटी के अनुसार आज अफ्रीका महाद्वीप के रवांडा, नाइजीरिया, इरीट्रिया, कोमोरोस, सूडान, चाड, यमन रिपब्लिक, इथोपिया, मेडागास्कर, जाम्बिया, सोमालिया, सेनेगल, बुरुंडी जैसे देशो में भारी खाद्यान्न संकट गुजर रहे है। इसके अलावा अन्य देशो जैसे इंडोनेशिया, फिलिपीन्स, मोरक्को, हैती, मेक्सिको में भी हालात काफी खराब है। वहां पर्याप्त मात्रा में अनाज का उत्पादन नही हो रहा है।