प्राचीन भारत में आये प्रमुख यूनानी-रोम लेखक
Yunani Rom Lekhak : प्राचीन भारत में अनेक शासको के दौरान अलग अलग देशो से विदेशी भारत आये और उन्होंने इस दौरान तत्कालीन भारत के इतिहास को अपनी पुस्तको में स्थान दिया अपनी किताबो में भारत की यात्रा का वृत्तान्त उन्होंने विस्तृत रूप से दिया है प्राचीन काल में भारत में आये विदेशियों के यात्रा वृतांत को मुख्य रूप से के तीन वर्गो में रखा गया है जो कि इस प्रकार है…
List of Yunani Rom Lekhak :
- यूनान-रोम के लेखक
- चीन के लेखक
- अरब के लेखक
जिसमे आज हम देखेंगे यूनान-रोम के लेखको के बारे में जो प्राचीन काल में भारत आये और उन्होंने प्राचीन भारत के बारे में सुंदर वृत्तान्त किये |
- सबसे पहले हेरोडोटस तथा टीसियस भारत आये |
- हेरोडोटस तथा टीसियस सबसे पुराने यूनानी इतिहासकार थे |
- हेरोडोटस को इतिहास का पिता कहा जाता है |
- इनकी रचनाओ में कल्पित कहानियों को स्थान दिया गया है |
- टीसियस ईरान का राजवैद्य था जो कि भारत आया था |
- सिकंदर के साथ ‘नियार्कस’, ‘आनेसिक्रिटस’ और ‘इएरिस्टोवुलास’ भारत आए थे |
- चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में मेगस्थनीज सेल्यूकस का राजदूत था।
- मेगस्थनीज ने ‘इण्डिका’ की रचना की |
- ‘इण्डिका’ मे मौर्यकालीन समाज तथा प्रशासनिक व्यवस्था का विवरण मिलता है |
- एक अज्ञात यूनानी लेखक की रचना ‘पेरीप्लस ऑफ़ द एरिथ्रियन सी’ है, जो मिस्र में आकर बस गया था |
- उसने 80 ई. में भारतीय समुद्र तट की यात्रा की थी |
- उसके विवरण में बंदरगाहों के उल्लेख के साथ – साथ आयात -निर्यात की वस्तुओं का वर्णन मिलता है |
- टॉलेमी ने ज्योग्राफिका (140 ई.) की रचना की , जिसमें भारत के भौगोलिक परिदृश्य का विवरण मिलता है |
- प्लिनी ने नेचुरल हिस्ट्री की रचना की, इसमें भारत के विविध पक्षों का उपयोगी विवरण है |
- इसकी रचना पहली सदी ई. में हुई थी |
- स्ट्रैबो एक प्रसिध्द यूनानी रचनाकार था, जिसने मेगास्थनिज के विवरण को काल्पनिक माना |