जहाँगीर का इतिहास (History of Jahangir) :
जहांगीर अकबर का पुत्र का था सलीम और अनारकली की प्रेम कहानी जग प्रसिध्द है आइये जानते है जहाँगीर का इतिहास(history of jahangir) के बारे में अन्य महत्वपूर्ण तथ्य…
- मुगल सम्राट जहांगीर का जन्म 31 अगस्त 1569 को फतेहपुर सीकरी में हुआ था |
- जहांगीर अकबर का पुत्र था |
- फतेहपुर सीकरी के शेख सलीम चिश्ती के नाम पर अकबर ने उसका नाम सलीम रखा था |
- जहांगीर ने इतिहास, अंकगणित, भूगोल, अरबी, फारसी, और विज्ञान की शिक्षा ग्रहण की थी, जिसकी वजह से जहांगीर अरबी और फारसी में विद्धान हो गया था ।
- 16 साल की उम्र में आमेर के राजा भगवान राज की राजकुमारी मानबाई से जहांगीर की पहली शादी हुई थी।
- जहांगीर के पांच बेटे थे |
- अकबर की मृत्यु के बाद 1605 ईस्वी में जहांगीर गद्दी पर बैठा |
- जहांगीर द्वारा सिखो के गुरु अर्जुन देव जी को फासी दी गई |
- जहांगीर नूरजहां की सुन्दरता पर फ़िदा हुआ नूरजहां का वास्तविक नाम मेहरून्निसा था |
- बेगम नूरजहां द्धारा जहांगीर का भव्य मकबरा बनवाया गया |
- न्याय की जंजीर के लिए जहांगीर को याद किया जाता है न्याय की यह जंजीर सोने से बनी हुई थी ।
- जहांगीर के शासनकाल में कैप्टन हॉकिंस, सर टॉमस रो एडवर्ड टेरी जैसे यूरोपीय यात्री आए थे |
- 7 नवम्बर, 1627 को कश्मीर से लाहौर लौटते वक्त जहाँगीर की मृत्यु बीमारी के कारण हुई थी।
- जहांगीर द्वारा शुरू की गई किताब “तुजुक-ए-जहांगीर” नाम की आत्मकथा को मौतबिंद खान द्धारा पूरा किया गया था |
- जहांगीर के शासनकाल को चित्रकला का स्वर्णकाल भी कहा जाता है ।