शाहजहाँ का इतिहास | History of ShahJahan

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शाहजहाँ का इतिहास (History of ShahJahan) :

भारतीय इतिहासकर के अनुसार में शाहजहाँ एक बहादुर, बुद्धिमान और दूरदर्शी प्रशासक था, वह कला प्रेमी भी था जिसका प्रमाण दुनिया के सात अजूबो में से एक ताजमहल के निर्माण से मिलता है| शाहजहाँ के शासनकाल (1628-1658) को ही मुगल वंश के स्वर्ण कालीन युग के रूप में जाना जाता है। आइये जानते है शाहजहाँ के इतिहास (History of ShahJahan)बारे में अन्य महत्वपूर्ण तथ्य…

  1. अल् आजाद अबुल मुजफ्फर साहब उद्दीन बेग़ मुहम्मद ख़ान ख़ुर्रम शाहजहाँ का पूरा नाम था |
  2. शाहजहाँ का जन्म 5 जनवरी, 1592 ईसवी, लाहौर, पाकिस्तान में हुआ था |
  3. जहाँगीर शाहजहाँ के पिता का नाम और माता का नाम ‘जगत गोसाई’ (जोधाबाई)  था |
  4. शाहजहाँ की कई बेगम थी जिनके नाम अर्जुमंद बानो बेगम उर्फ मुमताज महल, कन्दाहरी बेग़म अकबराबादी महल, हसीना बेगम, मुति बेगम, कुदसियाँ बेगम, फतेहपुरी महल, सरहिंदी बेगम, श्रीमती मनभाविथी थे |
  5. शाहजहाँ के चार पुत्र दाराशिकोह, शाहशुजा, मुरादबख्श और औरंगजेब थे और तीन पुत्रीयाँ जहाँनारा, रोशनारा और गौहरारा थीं ।
  6. शाहजहां ने आगरा में 24 फरवरी 1628 ई में अबुल मुजफ्फर शहाबुद्दीन मुहम्मद साहिब किरन-ए-साहिब की उपाधि प्राप्तकर सिंहासन पर बैठा |
  7. अपनी पहली बेगम अर्जुमंद बानो बेगम उर्फ मुमताज से शाहजहां अत्यंत प्रेम करता था और अपनी इस प्रेम कहानी को मूर्त रूप देने के लिए ताजमहल का निर्माण करवाया |
  8. शाहजहां के शासनकाल को स्थापत्यकला का स्वर्णिम युग कहा जाता है |
  9. अकबर ने जिस क्षेत्र की स्थापना की, उसे शाहजहाँ ने विस्तारित, संरक्षित और कुशलता से शासित किया था ।
  10. उसके शासन काल  में पेरिस, फ्रांस, इटली, पुर्तगाल और इंग्लैंड जैसे विभिन्न विदेशी देशों के साथ भी उसके अच्छे संबंध थे।
  11. शाहजहाँ कला और वास्तुकला के गूढ़ प्रेमी था । उसने अपने शासनकाल के दौरान बनाई गई वास्तुशिल्प संरचनाएं, हिंदू और इस्लामी परंपराओं को परिभाषित किया ।
  12. शाहजहां के शासनकाल को “संगमरमर शासनकाल” के रूप में जाना जाता है क्योंकि शाहजहाँबाद के महलों की तरह ही उनकी अधिकांश वस्तुशिल्पें जैसे- मोती मस्जिद और ताजमहल आदि का निर्माण भी संगमरमर से ही हुआ है ।
  13. शाहजहां के दरबार के प्रमुख चित्रकार मुहम्मद फकीर और मीर हासिम थे |
  14. दिल्ली के लाल किले का निर्माण भी शाहजहां के शासन काल में ही हुआ था |
  15. सन् 1639 में, उसने अपनी राजधानी को आगरा से दिल्ली स्थानांतरित किया और इस नई राजधानी का नाम शाहजहाँबाद दिया ।
  16. उसने 8 अप्रैल, 1648 को मुगल शासकों के मयूर सिंहासन को आगरा से लाल किले में स्थानांतरित कर दिया था ।
  17. शाहजहाँ ने श्रीनगर के दक्षिण में वेरनाग में हरे- भरे बगीचे, लाहौर के प्रसिद्ध शालीमार उद्यान बाग विकसित करवाया ।
  18. शाहजहाँ की विरासत को सम्भालने के लिए उसके चारों पुत्रो में भयंकर प्रतिद्वन्दिता हुई जिसमे औरंगजेब ने अपने चारो भाइयो को मौत के घाट उतार दिया ।
  19. 18 जून को 1658 ई में औरंगजेब ने शाहजहां को बंदी बना लिया |
  20. 31 जनवरी 1666 ई को 74 साल की उम्र में शाहजहां की मृत्यु हो गई |

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