हनुमान जी के 108 नामों की सूची (hanuman ji ke 108 naam in hindi) :
पवन पुत्र हनुमान जी की माता अंजनी और पिता वानर राज केसरी थे। श्रीराम भक्त हनुमान अपने भक्तों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। हनुमान जी को अलग अलग नाम से पुकारा जाता है कोई उन्हें बजरंगबली तो कोई केसरीनंदन तो कोई आंजनाय के नाम से भी पुकारता है। अपने भक्तो के संकटों का नाश करने के कारण उन्हें संकटमोचन भी कहा जाता हैं। इनके अलावा श्री हनुमान जी को और भी अलग अलग नामो (hanuman ji ke 108 naam in hindi) से जाना जाता है|
इतिहास :
भारतीय परम्परा के अनुसार , हनुमान जयंती प्रत्येक वर्ष चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। चैत्र पूर्णिमा के दिन ही श्रीराम भक्त हनुमान जी का जन्म हुआ था। हनुमान भगवान शिव 11वें रुद्र अवतार थे जिन्होंने हनुमान के रूप में जन्म लिया था, क्योंकि भगवान शिव अपने वास्तविक रुप में भगवान श्री राम की सेवा नहीं कर सकते थे। इस कारण से भगवान शिव हनुमान के रूप में अवतरित हुए |
श्री हनुमान जी के 108 नामों की सूची :
ॐ हनुमते नमः
ॐ श्रीप्रदाय नमः
ॐ रसाधराय नमः
ॐ पिंगकैशाय नमः
ॐ पिंगरोमने नमः
ॐ श्रुतिगम्याय नमः
ॐ अमृत्याय नमः
ॐ वायुपुत्राय नमः
ॐ अजराय नमः
ॐ अनागाय नमः
ॐ धनदायाय नमः
ॐ अकायाय नमः
ॐ वीरये नमः
ॐ वाग्मिने नमः
ॐ पिंगाक्षाय नमः
ॐ वरदाये नमः
ॐ सीता शोकविनाशनाय नमः
ॐ मुनाय नमः
ॐ शर्वाय नमः
ॐ व्यक्ताव्यक्ताय नमः
ॐ मारुतात्मजाय नमः
ॐ वीरा वीराय नमः
ॐ ग्रामवासाय नमः
ॐ जनाश्रयदाय नमः
ॐ रुद्राय नमः
ॐ सनातनाय नमः
ॐ युवाय नमः
ॐ कलाधराय नमः
ॐ रक्तावाससे नमः
ॐ शिवाय नमः
ॐ निधिपतये नमः
ॐ भगवते नमः
ॐ हरिश्वराय नमः
ॐ विश्वमूर्तये नमः
ॐ विश्वकाराय नमः
ॐ विषडाय नमः
ॐ विश्वात्मनाय नमः
ॐ विश्वाहाराय नमः
ॐ राव्याय नमः
ॐ विश्वचेशलाय नमः
ॐ विश्वसेवाय नमः
ॐ दैव्याय नमः
ॐ पराय नमः
ॐ अव्यक्ताय नमः
ॐ अनादाय नमः
ॐ विश्वाय नमः
ॐ विश्वगम्याय नमः
ॐ विश्वाध्ययाय नमः
ॐ विश्वेश्वाय नमः
ॐ विश्वनायकाय नमः
ॐ कपिशेषताय नमः
ॐ विडयाय नमः
ॐ ज्येष्ठाय नमः
ॐ तटवाय नमः
ॐ बालाय नमः
ॐ वृद्धाध्येय नमः
ॐ विश्वहेतवे नमः
ॐ निराश्रयाय नमः
ॐ आरोग्यकारते नमः
ॐ सखये नमः
ॐ रामाय नमः
ॐ रामभक्ताय नमः
ॐ अजाय नमः
ॐ अंजनीसूताय नमः
ॐ अवायगराय नमः
ॐ भार्गाय नमः
ॐ धराधराय नमः
ॐ दिवाकाराय नमः
ॐ स्वर्गालोकाय नमः
ॐ ओंकार जन्माय नमः
ॐ फाल्गुनप्रियाय नमः
ॐ राक्षोधनाय नमः
ॐ महालोकाय नमः
ॐ जनलोकाय नमः
ॐ प्राणवायेय नमः
ॐ व्यापकाय नमः
ॐ अमलाय नमः
ॐ शिवधर्मा-प्रतिष्ताय नमः
ॐ प्लावंगमय नमः
ॐ वनचराय नमः
ॐ तत्वगामय नमः
ॐ पंदारिकाक्षायाय नमः
ॐ कल्याणाय नमः
ॐ प्रकृतिस्थितिराय नमः
ॐ विश्वंभाराय नमः
ॐ ग्रामासवंताय नमः
ॐ रामेशत्राताय नमः
ॐ तापसे नमः
ॐ अव्यायाय नमः
ॐ सत्याय नमः
ॐ जानकीपराणदाताय नमः
ॐ रक्षप्राणहारकाय नमः
ॐ पूर्णाय नमः
ॐ देवाय नमः
ॐ समप्रभाय नमः
ॐ द्रोणहर्ताय नमः
ॐ धरा दिपाय नमः
ॐ भुरलोकाय नमः
ॐ भुवरलोकाय नमः
ॐ शक्ति राक्षसाय नमः
ॐ गोसपदिकृतिसाय नमः
ॐ वारिशाय नमः
ॐ पूर्णकमाय नमः
ॐ सत्याय नमः
ॐ पितावाससेय नमः
ॐ कृष्णाय नमः
ॐ शरणागतवत्सलाय नमः
ॐ शक्ति राक्षसाय नमः
ॐ मारकाय नमः
ॐ रामदूताय नमः
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