पंचवर्षीय योजनाएं – Five Year Plan In India

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panch varshiy yojna
panch varshiy yojna

संक्षिप्त इतिहास

स्वतंत्रता पश्चात वर्ष 1947 ई. में पंडित नेहरु की अध्यक्षता में आर्थिक नियोजन समिति का गठन हुआ, इसी समिति की सिफारिश पर 15 मार्च 1950 ई. में योजना आयोग का गठन हुआ, भारत की पहली पंचवर्षीय योजना (panch varshiy yojna) 1 अप्रैल 1951 से प्रारंभ हुई |

प्रथम पंचवर्षीय योजनाएं – panch varshiy yojna (1951-56 )

प्रथम पंचवर्षीय योजनाएं कि मुख्य बाते इस प्रकार है ।

  • ‘हैराड-डोमर माडल’ पर आधारित है |
  • कृषि को प्राथमिकता दी गई |
  • राष्ट्रीय आय में 18% तथा प्रति व्यक्ति आय में 11% की वृद्धि हुई |
  • योजना के दौरान ही कई बड़ी सिंचाई परियोजनाएं की गई जैसे भाखड़ा नांगल, व्यास, दामोदर घाटी परियोजना आदि |

द्वितीय पंचवर्षीय योजनाएं – panch varshiy yojna (1956-61 )

द्वितीय पंचवर्षीय योजनाएं कि मुख्य बाते इस प्रकार है ।

  • ‘पी.सी. महालनबिस माडल’ पर आधारित है |
  • मुख्य उद्देश्य समाजवादी समाज की स्थापना करना |
  • 4.5% से कम4.1% विकास दर हासिल की |
  • अनेक महत्वपूर्ण वृहत उद्योग जैसे दुर्गापुर ,भिलाई , राउरकेला के इस्पात कारखाने आदि स्थापित किये गए |

तृतीय पंचवर्षीय योजनाएं – panch varshiy yojna (1956-61 )

तृतीय पंचवर्षीय योजनाएं कि मुख्य बाते इस प्रकार है ।

  • मुख्य उद्देश्य – अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाना तथा स्वतः स्फूर्ति अवस्था में पहुँचाना था |
  • 5.6% से कम2.8% विकास दर हासिल कर सकी और योजना असफल हुई |
  • कृषि और उद्योग दोनों को प्राथमिकता दी गई |

योजना अवकाश (1966-69 )

  • तीन वार्षिक योजनाए तैयार की गई |
  • कृषि तथा संबद्ध क्षेत्र और उद्योग क्षेत्रो दोनों को प्राथमिकता दी गई |
  • अवकाश का मुख्य कारण भारत पाक संघर्ष तथा सुखा के कारण संशाधनो की कमी , मूल्य स्तर में वृद्धि |

चतुर्थ  पंचवर्षीय योजनाएं – panch varshiy yojna(1969-74)

चतुर्थ पंचवर्षीय योजनाएं कि मुख्य बाते इस प्रकार है ।

  • स्थायित्व के साथ विकास तथा आर्थिक आत्मनिर्भरता की प्राप्ति योजना का मुख्य उद्देश्य था |
  • ‘समाजवादी समाज की स्थापना’ को भी विशेष रूप से लक्षित किया गया |
  • अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में असफल रही |

पाँचवी पंचवर्षीय योजनाएं – panch varshiy yojna (1974-78)

  • योजना का मुख्य उद्देश्य गरीबी उन्मूलन तथा आत्मनिर्भरता की प्राप्ति था |
  • आर्थिक स्थायित्व लाने को उच्च प्राथमिकता दी गई |
  • योजना में सर्वोच्च प्राथमिकता कृषि को दी गई |
  • जनता पार्टी शासन द्वारा योजना को वर्ष1978 में इसे बंद कर दिया |

छठी  पंचवर्षीय योजनाएं – panch varshiy yojna (1980-85 )

  • इस योजना का प्रारंभ रोलिंग प्लान (1978 -83) जनता  पार्टी सरकार द्वारा बनाई गई थी को समाप्त करके की गई |
  • योजना का मुख्य उद्देश्य गरीबी उन्मूलन और रोजगार में वृद्धि था |
  • योजना में विकास दर का लक्ष्य हासिल कर लिया गया|
  • समन्वित ग्रामीण विकास कार्यक्रम जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम शुरू किए गए |

सातवी पंचवर्षीय योजना – panch varshiy yojna (1985-90)

  • ‘भोजन ,काम और उत्पादन’ का नारा इसी योजना में दिया गया |
  • यह योजना सफल रही क्योकि इसमें वार्षिक वृद्धि दर का लक्ष्य हासिल कर लिया था |
  • योजना में प्रति व्यक्ति आय में 3.6% की वृद्धि हुई |
  • योजना में परिव्यय की द्रष्टी से निजी क्षेत्र को प्राथमिकता दी गई|
  • जवाहर रोजगार योजना जैसा कार्यक्रम प्रारंभ हुआ |

सातवी पंचवर्षीय योजना के उद्देश्य

  • समग्र रूप से उत्पादकता को बढाना तथा रोजगार के अधिक अवसर जुटाना |
  • साम्य एवं न्याय पर आधारित सामाजिक प्रणाली की स्थापना |
  • सामाजिक एवं आर्थिक असमानताओं को कम करना |
  • देशी तकनीक विकास के लिए सुद्रढ़ आधार बनाना |

आठवीं पंचवर्षीय योजना – panch varshiy yojna (1992-97)

  • योजना में सर्वोच्च प्राथमिकता मानव संसाधन का विकास पर दी गई |
  • आधारभूत ढाँचे का सशक्तिकरण तथा शताब्दी के अंत तक लगभग पूर्ण रोजगार की प्राप्ति मुख्य लक्ष्य था |
  • योजना सफल रही और अपनी वार्षिक वृद्धि दर हासिल की |
  • प्रधानमंत्री रोजगार योजना (1993)की शुरुआत हुई |

नौवी पंचवर्षीय योजना – panch varshiy yojna (1997-2002)

  • सर्वोच्च प्राथमिकता न्यायपूर्ण वितरण एवं समानता के साथ विकास को दी गई |
  • योजना असफल रही तथा अपनी घोषित वार्षिक वृद्धि दर को हासिल न कर सकी |
  • असफलता के पीछे अन्तर्राष्ट्रीय मंदी को जिम्मेदार माना गया |
  • क्षेत्रीय संतुलन जैसे मुद्दे भी इस योजना में शामिल थे |

नौवी योजनामें चुने गए प्रमुख क्षेत्र

  • भुगतान संतुलन सुनिश्चित करना |
  • विदेशी ऋण भार को कम करना |
  • खाद्यानो में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना |
  • प्रौद्योगिकीय आत्मनिर्भरता प्राप्त करना |
  • जड़ी बूटियों और औषधीयोय मूल के पेड़ पौधों सहित प्राकृतिक संसाधनों का समुचित उपयोग तथा संरक्षण |

दसवीं पंचवर्षीय योजना – panch varshiy yojna (2002-07)

  • मुख्य लक्ष्य देश में गरीबी और बेरोजगारी समाप्त करना था |
  • प्रतिवर्ष 7.5 अरब डालर के प्रत्यक्ष विदेशी निवेशका लक्ष्य रखा गया |
  • योजना अवधि में 5 करोड रोजगार के अवसरों का सृजन करना |
  • योजना के अंत तक साक्षरता 75%,शिशु मृत्यु दर45 प्रति हजार या इसमें कम तथा वनाच्छादन 25% करना था |
  • यह योजना सफल रही और इसमें तीनो प्रमुख क्षेत्रो – कृषि ,उद्योग ,सेवा के निर्धारित लक्ष्य हासिल करे |
  • योजना के दौरान सकल घरेलु उत्पाद भी अपने निर्धारित लक्ष्य से अधिक रहा |
  • योजना काल में मुद्रास्फीति की दर औसतन 5% थी ,जो अपने लक्ष्य के आसपास ही थी |

ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना – panch varshiy yojna (2007-12)

  • योजना का मुख्य लक्ष्य तीव्रतम एवं समावेशी विकास था |
  • सकल घरेलू उत्पाद की औसत संवृद्धि वृद्धि दर 8.3% रही |
  • योजना में कृषि , उद्योग और सेवा क्षेत्र की विकास दर निर्धारित लक्ष्य से कुछ कम रही |
  • योजना में शिक्षा के लिए विषय वस्तु थीम ‘अनिवार्य प्रारम्भिक शिक्षा ’ था |

बारहवीं पंचवर्षीय योजना – panch varshiy yojna (2012-17)

  • योजना में सालाना 10 फीसदी की आर्थिक विकास दर हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया था ।
  • सितंबर, 2008में आयेवैश्विक आर्थिक संकट का असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा |
  • योजना में तीव्र आर्थिक वृद्धि दर के साथ-साथ समावेशी वृद्धि की बात भी कही गई |
  • योजना में कृषि पर विशेष जोरदिया गया था |

Logic-Guru Quiz Completion में प्रतिभागी बने – निचे लिखे दोनों प्रश्नों के Comment Box में दे |
QUE1.- योजना आयोग के पहले अध्यक्ष का नाम क्या था ?
QUE2.– योजना आयोग का नाम बदल कर दिया गया

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