परिचय :
Madhya Pradesh Ke Pramukh Parvat : मध्यप्रदेश में पूर्व पश्चिम दिशाओ में दो प्रमुख पर्वत (Pramukh Parvat) श्रेणियां सतपुड़ा और विंध्यांचल है इन दोनों के मध्य नर्मदा की भ्रंश घाटी स्थित है जिसका ढलान पश्चिम से पूर्व में है इस प्रकार मध्य प्रदेश के भौगोलिक विस्तार है जिसके अंतर्गत निम्न पर्वत श्रृंखला आती है जो कि इस प्रकार है –
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- सतपुड़ा पर्वत
- कैमूर भांडेर श्रेणी
- विंध्यांचल पर्वत
- महादेव पर्वत
- मैकाल अमरकंटक श्रेणी
सतपुड़ा पर्वत :
- इसकी ऊंचाई 1120 किमी है यह राजपिपला से मैकाल पर्वत तक फैला हुआ है |
- यह पर्वत ग्रेनाइट और बेसाल्ट चट्टानों से निर्मित है |
- इसकी औसत ऊंचाई 900 मीटर से अधिक है |
- इसकी सबसे ऊँची चोटी धूपगढ़ है जिसकी ऊंचाई 1350 मीटर है |
- धूपगढ़ महादेव की श्रेणी में स्थित है |
कैमूर भांडेर श्रेणी :
- विंध्यांचल पर्वत के पूर्वी विस्तार को कैमूर भांडेर पर्वत कहते है |
- कैमूर का विस्तार सीधी , सतना और रीवा जिलों में है |
- भांडेर का विस्तार छतरपुर और पन्ना जिले में है |
विंध्यांचल पर्वत :
- यह नर्मदा नदी के उत्तर में पूर्व से पश्चिम में फैला हुआ है |
- यह पर्वत लाल बलुआ पत्थर और क्वार्ट्ज से निर्मित है |
- इसकी औसत ऊंचाई 457 से 610 मीटर है |
- इसे अवशिष्ट पर्वत के नाम से भी जाना जाता है |
महादेव पर्वत :
- सतपुड़ा के पूर्वी भाग को महादेव पर्वत कहा जाता है |
- इसके विस्तार में होशंगाबाद , छिंदवाडा , नरसिंहपुर और सिवनी जिले आते है |
- महादेव पर्वत पर ही पंचमढ़ी स्थित है |
मैकाल अमरकंटक श्रेणी :
- यह सतपुड़ा पर्वत का दक्षिण पूर्वी विस्तार है |
- ये पर्वत नर्मदा नदी का उद्गम स्थल है |
- यह पर्वत लाल बलुआ पत्थर , क्वार्ट्ज और अवसादी चट्टानों से निर्मित है |
- इसके विस्तार में शहडोल , मंडला और डिंडोरी जिले आते है |