परिचय :
मध्य प्रदेश का इतिहास अति प्राचीन रहा है जहाँ पर आज भी पुरातात्विक स्थल (Archaeological sites) देखने को मिलते है जिनमे पुरातन काल का इतिहास देखने को मिलता है जिससे यह साबित होता है कि मध्य प्रदेश इतिहास अति प्राचीन रहा है मध्य प्रदेश में अनेक पुरातात्विक स्थल है जो कि इस प्रकार है –
Archaeological sites of Madhya Pradesh :
| क्रमांक | पुरातात्विक स्थल | विशेषता |
|---|---|---|
| 01 | आदम गढ़ | विश्व विख्यात चित्रित शैलकृत गुफाये |
| 02 | कसरावद | दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व की सभ्यता के अवशेष |
| 03 | इंद्रगढ़ | राष्ट्रकूट शाशक नत्रप के शासन का अभिलेख |
| 04 | पवाया | इसका प्राचीन नाम पद्मावती था |
| 05 | कायथा | ताम्र पाषाण युगीन सभ्यता के प्रमाण |
| 06 | नागदा | ताम्र पाषाण युगीन सभ्यता के प्रमाण |
| 07 | नावदा टोली | ताम्र पाषाण युगीन सभ्यता के प्रमाण |
| 08 | एरण | ताम्र पाषाण युगीन सभ्यता के प्रमाण के साथ ही सती प्रथा के साक्ष्य |
| 09 | जटकरा | विशाल मंदिर प्राप्त हुए खुदाई के दौरान |
| 10 | खलघाट | ताम्र पाषाण युगीन सभ्यता के अवशेष |
| 11 | पितनगर ( खरगोन ) | ढाई हजार वर्ष प्राचीन बौध्ध कालीन अवशेष |
| 12 | निन्नौर गाँव | गुप्त कालीन वस्तुकला एवं नगर व्यवस्था |
| 13 | जुना एरवास | तीन हजार वर्ष प्राचीन सभ्यता के अवशेष |
| 14 | तादौल | दो हजार वर्ष पुराना मंदिर |
| 15 | खेडीनामा | साढ़े तीन हजार वर्ष प्राचीन ताम्र पाषाण युगीन सभ्यता के प्रमाण |
| 16 | भीम बैठका | पांडव कालीन गुफाये |
| 17 | त्योंथर ( रिवा ) | नगरीय सभ्यता के प्रमाण |















