परिचय :
MP CROPS : मध्यप्रदेश को भारत में विभिन्न नामो से जाना जाता है उनमे से एक है कृषि प्रदेश क्यों की मध्यप्रदेश की सम्पूर्ण अर्थव्यवथा कृषि पर निर्भर है और यहाँ विभिन्न प्रकार की फसले पाई (MP CROPS) जाती है –
1 . गेंहूँ (रबी) :
मध्यप्रदेश की प्रमुख खाद्यान्न फसल (Mukhya Fasal) सोयाबीन के पश्चात द्वितीय काली एवं जलोढ मिट्टी मालवा क्षेत्र प्रमुख उत्पादक सर्वाधिक गेंहू का उत्पादन होशंगाबाद में प्रमुख खाद्यान्न फसल (Mukhya Fasal) गेंहू है
2 . चावल (खरीफ) :
- गेंहू के पश्चात द्वितीय प्रमुख फसल
- लाल पीली मिट्टी चावल के लिए उपयुक्त
- नर्मदा घाटी , बघेलखंड तथा द. पूर्वी क्षेत्र
- सर्वाधिक उत्पादन बालाघाट में
- चावल अनुसंधान केन्द्र – बडवानी
3 . मक्का (खरीफ) :
- चावल के बाद तृतीय स्थान
- सर्वाधिक उत्पादन – छिंदवाड़ा में
- काली व जलोढ मिट्टी
- मालवा व नर्मदा सोंन घाटी एवं सम्पूर्ण मध्यप्रदेश
4 . ज्वार (खरीफ) :
- मक्का के पश्चात चतुर्थ स्थान
- जलोढ़ मिट्टी ज्वार के लिए उपयुक्त
- बुरहानपुर, खंडवा ,खरगोन , पश्चिम मालवा, मध्यप्रदेश का पूर्वी भाग ,रीवा पन्ना का पठार
- सर्वाधिक उत्पादन – खरगोन में
5 . चना (रबी – दलहन फसल) :
- देश का 31% चना मध्यप्रदेश में होता है
- काली , जलोढ़ मिट्टी चने के लिए उपयुक्त
- मालवा क्षेत्र
- विदिशा , भोपाल
6 . सोयाबीन (खरीफ – तिलहन फसल) :
- उत्पादन में प्रथम सभी फसलों में व तिलहन में
- देश में प्रथम स्थान इसलिए मध्यप्रदेश को सोया प्रदेश कहा जाता है |
- उज्जैन में सबसे बड़ा (एशिया का ) सोयाबीन संयंत्र
- निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा सोया कारखाना होशंगाबाद में
- सोयाबीन अनुसंधान केन्द्र – इंदौर
7 . कपास(खरीफ व रबी – नगदी फसल) :
- काली मिट्टी
- मालवा , पश्चिम क्षेत्र
- मध्यप्रदेश का स्थान – गुजरात ,महाराष्ट्र के बाद
- मुख्य जिला – खरगोन , खंडवा (सफ़ेद सोना )
- कपास अनुसंधान केन्द्र – खरगोन
इसे भी पढ़े :
प्रतियोगिता प्रश्न :
प्र1. मध्यपदेष में सबसे अधिक सोयाबिन कहाँ होती है।
प्र2. धान का कटोरा किस प्रदेष को कहाँ जाता है |