ASP.Net Client Side Validation in Hindi :
इस पोस्ट के माध्यम से ASP. Net में आने वाले Client Side Validation के बारे में समझाया गया है यह Subject विशेषकर PGDCA , BCA , BSC , MCA में पढ़ाया जाता है इस पोस्ट में client side validation in asp.net in hindi , client side validation advantages and disadvantages , pgdca 2 sem asp notes in hindi के बारे में बताया गया है तो आइये पढ़ते है यह क्या होता है…
Introduction :
- Validation के अंतर्गत क्लाइंट साइड वेलिडेशन code, किसी Client Side Scripting language का उपयोग करके Client Browser पर Load होने वाले webpage पर ही लिख दिए जाते है , इससे पेज की स्पीड भी अच्छी बनी रहती है, क्लाइंट साइड वेलिडेशन को Server से किसी भी प्रकार का Communication करने की आवश्कता नहीं होती इसी कारण इसका Response Time कम होता है| क्लाइंट साइड वेलिडेशन code के लिए उपयोग होने वाली Client Script जैसे की VB Script, Java Script , HTML 5 आदि हो सकती है|
Advantages :
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Quick Response :
क्लाइंट साइड वेलिडेशन के अंतर्गत Validation Code, Server Side की तुलना में user को Quick Response देता है क्युकि Validation Code , client के Browser लोड हुए पेज पर ही लिखे होते है|
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Time Saving :
Server Side Validation की तुलना में क्लाइंट साइड वेलिडेशन यूजर का काफी समय बचाते है क्युकि क्लाइंट साइड वेलिडेशन Code को Processing के लिए सर्वर से communication करने की कोई आवश्यकता नहीं है वो लोकल ही Execute हो जाते है|
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Easy Implement :
Server Side Validation की तुलना में क्लाइंट साइड वेलिडेशन Code को Implement करना जादा आसान होता है|
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Depend On client Browser:
क्लाइंट साइड वेलिडेशन Code यूजर के ब्राउज़र पर डिपेंड करते है अर्थात ब्राउज़र सेटिंग के माध्यम से Code को कण्ट्रोल कर सकते है|
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Page Loading Speed:
Server Side Validation Pages की तुलना में क्लाइंट साइड वेलिडेशन pages की लोडिंग स्पीड जादा होती है क्योंकि Validation Code Client Browser Page पर ही लिखा होता है|
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Reduces server side processing :
क्लाइंट साइड वेलिडेशन का Server Side से कोई लेना देना नहीं होता है इस लिए इसकी वर्किंग फ़ास्ट है |
Disadvantages :
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Lack of Security :
क्लाइंट साइड वेलिडेशन के अंतर्गत लिखे गए Validation Code, Server Side code की तुलना में कम Secure होते है क्युकि Validation Code , client के Browser लोड हो जाते है जिसे देखकर आसानी से Disable किया जा सकता है |
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Easily Crack Validation Code :
Server Side Validation की तुलना में क्लाइंट साइड वेलिडेशन code को Crack करना जादा आसान है क्यों कि सम्पूर्ण Code Client Browser पर पेज के साथ Load हो जाता है जिसे समझना और Crack करना आसान हो जाता है |
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Browser Dependency :
Server Side Validation की तुलना में क्लाइंट साइड वेलिडेशन Code, Browser पर Depend करते है यदि किसी कारण Browser Crash होता है तो Validation code भी वर्क करना बंद हो जाता है |
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Not all browsers support scripts :
क्लाइंट साइड वेलिडेशन Code सभी Browser के साथ सपोर्ट नहीं करते है इसलिए लिखा गया Validation Code किसी काम का नहीं होता जब ब्राउज़र ही सपोर्ट नहीं करता |
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