भारतीय संसद के बारे में मह्त्वपूर्ण तथ्य
facts about Indian Parliament : भारतीय संसद का निर्माण प्रसिद्ध ब्रिटिश इमारत निर्माता वास्तुविद सर एडविन लुटियंस ने मध्य प्रदेश के मुरैना में स्थित चौसठ योगिनी मंदिर से डिजाइन लेकर किया था। संसद भवन की इमारत की संरचना को को सर एडविन लुटियंस और सर हर्बर्ट बेकर ने मिलकर बनाया था।
facts about Indian Parliament :
- संसद भवन को बनाने में 83 लाख का खर्च आया था |
- 12 फरवरी 1921 में संसद भवन के निर्माण की नींव की रखी गयी थी |
- संसद भवन के निर्माण में 6 वर्ष का समय लगा था |
- देश की दूसरी सबसे बड़ी लाइब्रेरी संसद में है, जबकि पहली नेशनल लाइब्रेरी कोलकाता में है।
- पहले संसद के सेंट्रल हॉल में देश का सुप्रीम कोर्ट कार्य करता था।
- सेंट्रल हॉल में ही 15 अगस्त1947 को अंग्रेजो से भारत में सत्ता का हस्तांतरण हुआ था।
- संसद की लाइब्रेरी में भारत के संविधान कि हिंदी और अंग्रेजी में हाथ से लिखी प्रतिलिपियां मौजूद है जिसे नाइट्रोजन गैस से भरे चैंबर में सुरक्षित रखा गया है।
- भारतीय संसद भवन की गोलाकर संरचना निरंतरता की प्रतीक है, जो यह दर्शाती है यह सत्ता बनी रहेगी और कभी खत्म नहीं होगी।
- संसद की पहली मंजिल पर खासतौर पर 144 खंभे बनाए गए हैं।
- संसद के दोनों सदन घोड़े के पैर की संरचना पर बने हैं।
- भारतीय संसद में दो सदन (राज्य सभा) एवं लोक सभा हैं।
- राज्य सभा में जहाँ राज्यों की परिषद होती है तो वहीं लोक सभा जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों का प्रतिनिधित्व करती है |
- लोकसभा के जहाँ कुल 545 सदस्य है उनमे से 543 जनता द्वारा चुने जाते है वही दो सदस्य एंग्लो इन्डियन है उसी प्रकार राज्यसभा के भी कुल 245 सदस्य है जिनमे से 233 चुने जाते है बाकि 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा नामित किये जाते है |