Endangered Animals Species in India | भारत में लुप्तप्राय जानवरों की प्रजातियां

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Endangered Animals Species in India | भारत में लुप्तप्राय जानवरों की प्रजातियां :

भारत में विश्व की 7 से 8 प्रतिशत सभी प्रकार की प्रजातियां निवास करती है जिनमे से 91,000 जानवरों की प्रजातियाँ भी शामिल है इनमे से कई प्रजातियाँ तो सिर्फ भारत में निवास करती है लेकिन वर्तमान में जानवरों की तस्करी का गोरख़ धंधा बहुत ही फल फुल रहा है जिसके कारण जानवरों की बहुत सी प्रजातियाँ विलुप्त (endangered species) होने की कगार पर आ गई है इन्ही विलुप्त जानवरों की प्रजातियों (Endangered Animals Species in India) की सूची निचे दी गई है…

क्या होती है लुप्तप्राय प्रजाति? (what is Endangered Species?) :

पौधे, पशु या सूक्ष्मजीव जो जैविक विलुप्त होने के तत्काल जोखिम में हैं, उन्हें लुप्तप्राय प्रजाति (Endangered Species) कहा जाता है। ऐसी प्रजातियां जो अपने मूल क्षेत्र में ही हैं और वहां भी उनकी संख्या 50% से 5% तक हो जाती है, उन्हें लुप्तप्राय प्रजाति (Endangered Species) भी माना जाता है।

List of Endangered Animals Species in India:

  1. एशियाई शेर (Asiatic Lion / Indian Lion)
  2. बंगाल टाइगर (Bengal Tiger)
  3. गंगा डॉलफिन (Ganges Dolphin)
  4. हंगुल (Kashmiri Red Stag)
  5. लायन टेल मैकाक (Lion Tail Macaque)
  6. लाल पांडा (Red Panda)
  7. हिम तेंदुआ (Snow Leopard)
  8. द इंडिया बाइसन (The India Bison)

एशियाई शेर (Asiatic Lion / Indian Lion)

एशियाई शेरो की वर्तमान संख्या 350 के आसपास है यह शेर अफ्रीकाई शेरो से भिन्न है एशियाई शेर कम फुलाए हुए श्रवण बुल, एक बड़ी पूंछ में बालो का गुच्छ और गर्दन में कम बाल होते हैं। एशियाई शेरो की यह प्रजाति विलुप्त (critically endangered species) होने की कगार है जिसका मुख्य कारण जंगल आग और महामारी है|

बंगाल टाइगर (Bengal Tiger)

बंगाल टाइगर भारत और बांग्लादेश का राष्ट्रिय पशु है बंगाल टाइगर की संख्या लगभग 1800 है इनकी संख्या दिन ब दिन कम होती जा रही है जिसका मुख्य कारण मानवीय इन्टरफेरेंस और शिकार है बंगाल टाइगर मुख्य रूप से सुंदरबन, रणथम्भौर राष्ट्रिय पार्क और सरिस्का टाइगर रिज़र्व में उपस्थित है|

गंगा डॉलफिन (Ganges Dolphin)

गंगा डॉलफिन की संख्या 2500 से 3000 के आसपास है इस प्रजाति के लुप्तप्राय प्रजातियों की सूची में होने का मुख्य कारण आकस्मिक हत्या, मछली पकड़ने के गियरो में उलझना, अवैध शिकार और नदी प्रदूषण है। गंगा डॉलफिन मुख्य रूप से गंगा ब्रह्मपुत्र नदी बेसिन में पाई जाती हैं।

हंगुल (Kashmiri Red Stag)

कश्मीरी रेड स्टैग जिसे हंगुल के नाम से जाना जाता है जो कि विशेष रूप से विलुप्तप्राय प्रजाति है एक सर्वे के अनुसार मात्र 218 हंगुल ही बचे है | इसकी घटती संख्या का मुख्य कारण जैविक हस्तक्षेप हैं। यह दाचीगाम नेशनल पार्क जम्मू और कश्मीर में संरक्षित है।

लायन टेल मैकाक (Lion Tail Macaque)

मैकाक की संख्या 4000 के आसपास है जन्म अवधि में अंतर और मौसमी संसाधनों की अनुपलब्धता इस प्रजाति को लुप्तप्राय प्रजाति बनाते हैं। इनका पर्यावास क्षेत्र साइलेंट वेली राष्ट्रीय उद्यान है|

लाल पांडा (Red Panda)

अपने निवास स्थान का विघटन और अवसाद के कारण इनकी प्रजाति लुप्तप्राय है। लाल पांडा विशेष रूप से सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल में पाए जाते हैं।

हिम तेंदुआ (Snow Leopard)

वर्तमान में इसकी संख्या 4000 के आसपास है| हिम तेंदुआ बड़ी बिल्ली के समान है जो मध्य और दक्षिण एशिया की पर्वत श्रृंखला में पाया जाता है। ठंड से बचे रहने के लिए हिम तेंदुए के मोटे फर होते हैं। और इसका रंग धूसर से लेकर पीले रंग के तन तक भिन्न होता है।

भारतीय बाइसन (The India Bison)

भारतीय बाइसन दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया का मूल निवासी है। अंतरराष्ट्रीय चिह्न की आपूर्ति के लिए बाइसन का अवैध शिकार हो रहा है।

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